Overthinker Symptoms: ज्यादा सोचने के लक्षण और बचने के उपाय क्या है ?

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Over thinking यह एक ऐसा शब्द है जिससे हर कोई परिचित है। यह बहुत आम मुद्दा बनता जा रहा। साथ ही चिंता का कारण भी है । Mental Health Care से जुड़ा हुआ बहुत जरूरी ये पोस्ट मे आलोचना करेंगे Overthinker के लक्षण क्या है।

आप अपने ‘Thought’ मतलब विचारो पर ‘Think‘ यानी कुछ सोचते है, यहां तक ठीक है। समस्या तब है जब आप किसी घटना, परिस्थिति के बारे मे जरूरत से ज्यादा सोचने लगते है और धीरे धीरे इसे अपनी आदत बना लेते है। ज्यादा सोचने की ये आदत Overthinking बन जाता है।

यह कहना गलत नहीं, ज्यादा सोचना मानसिक बीमारी के लक्षण है। Overthinking एक बहुत common issue है आज के समय मे। शायद ही कोई ज्यादा सोचने की इस चपेट से मुक्त है। और यह मानसिक स्वास्थ्य के साथ गंभीर रूप से जुड़ा हुआ है। इसलिए अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए,अपने खुशहाल, स्वस्थ जीवन के लिए अत्यधिक सोचने की बीमारी से मुक्त होना जरूरी है।

इस लेख मे आज overthinking के लक्षण के अलावा इससे जुड़ी कुछ जरुरी जानकारी आपसे साँझा करेंगे। जिससे आपको एक क्लियर कंसेप्ट मिले ज्यादा सोचने के बारे मे ।

Overthinker के लक्षण

आज हम यहां जिन topic को cover करेंगे-

  • अत्यधिक सोच क्या है?(What is Deep thinker?)
  • overthinker के लक्षण(Symptoms of Over thinking)
  • ज्यादा सोचने के लक्षण (Symptoms of Overthinking in Hindi)
  • ज्यादा सोचने की आदत को कैसे रोके (How to stop Over thinking)
  • क्या वाकई अत्यधिक सोचना बुरा है?(Overthinking is really Bad?)

अत्यधिक सोच क्या है?( What is Overthinking?)

किसी छोटी सी चीज़ के बारे मे बहुत लम्बे समय तक और बहुत ज्यादा जब आप सोचते रहते है तब इसे Overthinking कहना सही है। जब कोई सामान्य घटना लम्बे समय से दिमाग मे उलझता रहे और आप उससे निकल ही ना पाये तब यह ज्यादा सोचना बन जाता है।

ज्यादा सोचना हमेशा दो रूपो मे होता है। एक अतीत मे घटित हो चुकी घट्नाव के बारे मे दूसरी भविष्य मे निश्चित रूप से क्या घटित हो सकता है इसकी चिंता करना।

जब आप अत्याधिक सोचते है तब सारी चिंताओं का केंद्र आपके अतीत से जुड़ा या भविष्य के बारे मे होता है। आपके दिमाग मे चल रहे इन विचारो से खुद को अलग कर ही नही सकते।

आपके अतीत मे आपके साथ कितना और क्यों बुरा हुआ यह हर वक़्त आपके दिमाग मे चलता रहता है। यह और कितना बुरा हो सकता था यह सोच कर और बुरा लगना एक लम्बे समय तक चलता रहता है।
और भविष्य की चिंता (Future Tension) भी उन संभावित घटनाओ पर होता है जो हुई ही नही।

आप किसी बात को कितना बुरा सोचते है, बुरा महसूस करते है और यह बढ़ता जाता है जिसपर आपका कोई नियंत्रण नही रहता।

Overthinking कभी solution oriented नही होती। आपकी जानकारी का विकाश करने मे मदद भी नही करती। आप जितना वक़्त अत्यधिक सोचने मे ब्यतीत करते है वह वक़्त सिर्फ नस्ट होत है और आपकी Personality Development मे रुकावट पैदा करता है।

overthinker के लक्षण(Symptoms of Overthinker)


ज्यादा सोचने के बारे मे लोगो की अपनी एक व्यख्या होती है अगर वह ज्यादा सोचते है तब बहुत सारी मुश्किलो से बचाव हो सकता है।

किसी बारे मे अच्छे से सोच-विचार के बाद आप कोई फैसला लेते है यह अच्छा है। लेकिन हर समय किसी एक topic को लेकर सोचते रहना। जबकि इस सोच से कुछ बदलनेवाला नही।
रिसर्च बताते है किसी विषय मे अत्यधिक सोचना कोई समाधान नही । ज्यादा सोचने से आप शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी बिगड़ सकता है।
अपने मानसिक स्वास्थ के लिए आपका नीचे दिए गए मुख्य रूप से Overthinker के लक्षण जानना जरूरी है।

10 simple तरीके से जानिए Overthinker के लक्षण क्या होते है –

  1. अतीत की जिन बातो पर कोई नियंत्रण नही, उसे याद करके लगातार दुखी होना शर्मिन्दगी महसूस करते रहना। और जानबूझकर और दुखी होना।
  2. किसी भी तरह अत्यधिक सोच को रोक नही पाना। हर बात मे परेशान होना ।
  3. नींद की कमी, ठीक से नींद नहीं आना।
  4. बार बार अपने ज़िन्दगी मे अतीत के सबसे असहाय (embarrassing) समय को याद करना। यह आपके साथ क्यों हुआ यह सोचकर और तकलीफ पाना।
  5. अपनी गलतियो को बार बार याद करना।
  6. दिमाग अगर काम करना बंद नही किया, सोते वक्त भी अगर सोच ऐसे ही चलता रहे इस डर से नींद नही आना।
  7. “आगे क्या होगा-” भविष्य की इस बात को सोच सोच कर बेकार मे परेशान होना।
  8. अतीत मे क्या हुआ /भविष्य मे क्या होगा इससे इतना उलझे रहना के वर्तमान मे क्या चल रहा यह भूल जाना।
  9. किसी से हुई बातो को बार बार याद करते रहना। हर बात के पीछे की बातों (hidden thinks) को खोजते हुए बेकार मे बहुत ज्यादा वक्त बर्बाद करना।
  10. अतीत या भविष्य की बातो को सोचना, जिनपर कोई नियंत्रण नही उन बातो को सोचना और अपने मन मुताबिक उन बातो से बात करना।
  11. आपको पसंद नही ऐसा जब कोई कुछ करता है, कुछ कहता है तब उन्हे Ignore करने के बजाय बहुत मन से वह बाते सुनना और दुखी होना।
  12. कोई निर्णय लेने मे जरूरत से ज्यादा समय लगाना।
  13. काम करने से ज्यादा सोचते रहना, जिससे काम सही से नही होता।

ज्यादा सोचने के लक्षण (Symptoms of Overthinking in Hindi)

अक्सर ऐसा होता है हम दुसरो मे किसी बीमारी या किसी तरह के Symptoms देख लेते है लेकिन खुद मे नहीं देख पाते। इसका कारण है किसी बीमारी की तरह ज्यादा सोचने के लक्षण (Symptoms of Overthinking in Hindi) भी बहुत साधारण होते है। थोडा ध्यान देने से आप स्वयम को Depression, Smiling Depression जैसे समस्या से बचे रहेंगे। चलिए देखते है क्या है वह लक्षण –

हर बात मे परेशान होना

हर छोटी छोटी बातो मे परेशान होना,जिन बातो के शायद मायने भी ना हो उन् बातो से परेशान होना आम हो जाता है। अगर हर बात को आप सोचने लगे फिर पूरा दिन बहुत ज्यादा मानसिक तनाव झेलना होगा।

नींद नहीं आना

जब आप पूरा दिन कुछ सोचते रहते है, फिर कुछ भी कर लीजिये रात को नींद नहीं आना आपका रूटीन बन जायेगा। स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन के लिए एक 7-8 घंटे की अच्छी, गहरी नींद बहुत महत्वपूर्ण है।

सिर दर्द की समस्या

जब आप अत्याधिक सोचते है तब ब्रेन मे बहुत प्रेशर पड़ता है । जिसके कारन आपको सर दर्द की समस्या हो सकती है।

हर बात मे परफेक्शन

जरुरत से ज्यादा सोचने वालो के हिसाब से अगर सबकुछ नहीं होता फिर उनकी परेशानी बहुत ज्यादा हो जाती है। उनको हर एक चीज़ मे परफेक्शन चाहिए होता है, चाहे अपने या दुसरे के काम मे।

अत्यधिक सोच को कैसे रोके (How to stop Over thinking)

अत्यधिक सोचना एक बहुत पीड़ादायक स्थिति होती है। लेकिन जो आपकी productivity नहीं बढाता उसे अपने मस्तिष्क से बाहर करना जरुरी है। यहाँ देखते है कैसे आत्याधिक सोच को रोक सकते है

1.Decision/निर्णय लेने मे देर ना करे

कोई भी लिया गया निर्णय आखरी नही होता। जरूरत पड़ने पर दूसरा decision लीजिये। क्योंकि वक़्त , परिस्थिति के साथ फैसले भी बदलते है।

2.ध्यान को भटकाए

जब आप अपने विचारो से बहुत ज्यादा घिरे हुए है (हालाकी वह सोच नेगेटिव ही होती है) तब जरूरत है नए किसी काम मे खुद को busy रखना। वह गार्डनिंग, कुकिंग, बाइक चलाना सीखना, वर्कआउट क्लास जॉइन करना कुछ भी हो सकता है अपने रुचि के अनुसार। अपने ध्यान को भटकाए उस बोरिंग और मीनिंगलेस सोच से ।

3.हमेशा aware/जागरूप रहे

जब आप अचानक महसूस करते है बहुत देर से अपने अतीत या भविष्य की चिंताओं से घिरे हुए है, उसी वक़्त उसे काट दीजिये। जब आप यह करते है, एक कदम अत्याधिक सोच से बाहर निकलने की तरफ बढ़ाते है।

4.जबरदस्ती कुछ ना करे

विचारो का एक flow होता है। इसलिए जब विचार continue आते रहते है तब इन्हें रोकने से अच्छा है म्यूजिक सुने या खुद गाना गाये अपने लिए। म्यूजिक से बढ़िया कोई थेरापी शायद नही। इसलिए जब कभी अचानक स्वयं को अत्याधिक सोच से घिरे हुए पाये तब सोचिये क्या यह आपके लिए लाभकारी है?

5. हर रोज़ कुछ वक़्त अपने लिए निकाले

हर रोज़ सिर्फ अपने लिए कुछ वक़्त निकाले जो सिर्फ आपका अपना हो । नयी चीजों को एक्स्प्लोर करे, बहुत बार देखी हुई चीजो को नए तरीके से देखिये। बाहर जाए, दोस्तों को साथ मिले, किसी जरुरत मंद की मदद करे, किसी पार्क या घर के सामने छोटे बच्चो के साथ वक़्त गुजारे ।

6. कभी कभी कुछ ना करे

कभी कभी कुछ ना किये बिना सिर्फ देखिये आपके सोच कहा शुरू होकर कितनी दूर तक चले आये है एक छोटे बच्चे की तरह। कभी कभी अपने हस लीजिये, ये कहाँ के कहा आ गए फालतू मे और फिर से अपने काम मे ब्यस्त हो जाए ।

अगर आप मे Overthinker के लक्षण दिखाई दे रहे तो घबराइए नहीं। Overthinking एक आदत से ज्यादा कुछ नहीं। और किसी भी आदत को बदलने के लिए जरुरत है धर्य की। ज्यादा सोचने से आपके बीते कल मे कुछ नहीं बदलेगा ना ही भविष्य आपके सोच के मुताबिक हुबहू कुछ होगा। लेकिन आपके वर्तमान मे इससे बहुत फर्क पड़ेगा। इसलिए अपने आज को जीना सीखे।

इसे भी पढ़े Mental Health Booster Food: मानसिक स्वास्थ के लिये जरुरी टॉप 12 फ़ूड

क्या वाकई अत्यधिक सोचना बुरा है?(Overthinking is really Bad?)

नहीं, अत्यधिक सोचना कभी भी बुरा नहीं । एक विश्लेशणात्मक क्षमता(analytic ability) का गठन अत्यधिक सोच के साथं सुरु होता है। जरा सोचिये मानव कल्याण के लिए किया गए जितने भी बड़े कार्य करने के लिए भी ज्यादा सोचना जरुरी होता है । जरा सोचिये दुनिया भर के scientist, research analytics, और अपने क्षेत्र मे सफल हुए व्यक्तित्व क्या Overthinker नहीं है ?

वह भी Overthinker है लेकिन उनकी सोच Solution oriented होती है। इसलिए ओवेर्थिन्किंग समस्या नहीं, आपकी गलत सोच ,नेगेटिव विचार आपकी समस्या है । इसलिए हमेशा सकारात्मक सोच जो रियलिटी पर केन्द्रित है ऐसे सोच Overthinking होने पर भी हानिकारक नहीं होते ।

मैंने अपने हिसाब से Overthinker के लक्षण और बचने के उपाय  के इस प्रक्रिया को बहुत छोटे छोटे steps मे बनाया है, जो समझने मे और apply करने मे आसान है ।
आपका कोई भी सवाल या कुछ कहना हो तो कमैंट्स कर के जरूर पूछिये। 

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Mousumi Mitali

मै Mousumi Mitali इस ब्लॉग की फाउंडर हूँ.यह Motivation और Personal Development की ब्लॉग है

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